Friday, May 7, 2010

रूम मेट हमराज दगाबाज

अच्छी शिक्षा व नौकरी की तलाश में हर दिन कई हजारों युवा गाँवों से महानगरों की ओर पलायन करते हैं। अपनी आँखों में भविष्य के सुनहरे सपने सजाने वाले इन युवाओं के लिए महानगर में रहने के स्थान को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ती है। 

महँगे किराए व असुविधा से बचने के लिए कई लड़के-लड़कियाँ या तो पेइंग गेस्ट बनकर रहते हैं या फिर 4-5 लोग एकसाथ किराए पर रूम लेकर रूम शेयर करते हैं। इसके कई फायदे भी होते हैं और कई बार नुकसानदायक अनुभव भी होते हैं।


फायदा या नुकसान : 
रूम शेयर करना जहाँ खाने-पीने व रहने के अनावश्यक खर्चों से बचने के लिए एक फायदे का सौदा है, वहीं यह आपके लिए नुकसान का सौदा भी हो सकता है, अगर आपका रूम मेट समझदार व सामंजस्य वाला न हो। कई महीनों या सालों तक एक साथ रहते-रहते रूम मेट आपका एक सुख-दुःख का साथी बन जाता है, लेकिन उसका जरूरत से अधिक साथ आपके लिए घातक भी हो सकता है। 

आजकल आए दिन हमें यह सुनने को मिलता है कि फलाँ के रूममेट ने उसकी हत्या कर दी या उसके साथ दुष्कर्म किया... वगैरह, वगैरह। यह केवल सुनी-सुनाई बातें ही नहीं बल्कि हकीकत भी है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा कुछ न हो तथा रूम मेट के साथ आपका रिश्ता सदैव मधुर बना रहे तो आपको चाहिए कि अपने रूम मेट से कुछ बातें छुपाएँ और खुश रहें।

प्रायवेसी मेंटेन करें : 
हर व्यक्ति की एक निजी लाइफ होती है, जिसमें हस्तक्षेप करना हर किसी का अधिकार नहीं होता। यदि आपके पेट में कोई बात नहीं टिकती है तो उसे अपने परिवारजनों से शेयर करें, रूम मेट से नहीं। रूम मेट और आपका साथ तो कुछ महीनों या सालों का है परंतु परिवारजनों का साथ तो आपके लिए जिंदगीभर का है। 

अपनी हर प्राइवेट बात में रूम मेट को शरीक करना आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है। हो सकता है आपका रूम मेट कल इन्हीं बातों लेकर दोस्तों के सामने आपको बदनाम करे या फिर आपको ब्लैकमेल करे।

बैंक अकाउंट्स में गोपनीयता जरूरी : 
किसी को अधिकार देना अच्छी बात है, परंतु इतना अधिकार देना कि सामने वाला आप पर ही हावी हो जाए। यह समझदारी नहीं बल्कि मूर्खता है। कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब आपको अपने रूम मेट के साथ भी शॉपिंग पर जाना पड़ता है। 

ऐसे में यदि आपको कुछ खरीदना है तो आप जरूर अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करेंगे। लेकिन ऐसे में कई बार जल्दबाजी में यार, जरा तू पैमेंट निकाल ला, कहकर हम अपने बैंक अकाउंट नंबर व पासवर्ड तक रूम मेट को बता देते हैं, जो कि गलत है।

आदतों का ढिंढोरा न पीटें : 
प्रत्येक मनुष्य में अच्छी-बुरी आदतें दोनों होती हैं। आपको चाहिए कि आप अपनी बुरी आदतों में सुधार करें न कि रूम मेट के सामने उनका ढिंढोरा पीटें। हो सकता है कल को आपका अपने रूम मेट से झगड़ा हो जाए, तब आपका वही रूम मेट जो आज आपका हमराज है, कल दगाबाज भी बन सकता है। ऐसे में अपनी बुरी आदतों के सार्वजनिक हो जाने के कारण आपको अपने मित्रों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है।

कई बार रिश्तों में दूरियाँ प्यार का संकेत होती हैं। आपका रूम मेट आपका एक बेहतर दोस्त हो सकता है बशर्तें उससे केवल वही बातें शेयर की जाएँ, जो जरूरी है। यदि आप बोलने में सतर्कता व सावधानी रखेंगे तो आपके रूम मेट से आपके रिश्ते बेहतर व चिरायु होंगे।

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